सलाम अलैकुम, खयाल रखा करो अपना मुर्शीद, हर बार हम आपसे राब्ता नहीं कर सकते! खुद को इतना सख्त मत बनाओ मुर्शीद, हर बार हम आपको मना नहीं सकते! वक्त थोड़ा हमें भी दीजिए मुर्शीद, हर बार हम आपको माफ नहीं कर सकते! Old shayari from my diary. When I use to write in break time. #yqshayari #yqlovequotes #yqlove_feelings_emotions #yqzindgi #yqishq #yqmurshid