आनंद की वो घड़ी होती थी जब तुम्हे देखते देखते आंख लग जाती नींद की आगोश में मैं जाता, और तुम सीने से आकर लग जाती थी आजकल तो संजाल जाल है उसने भी खूब माया फैलाया है देता है ज्ञान बहुत लेकिन आंखों से नींद को ही चुराया है संजाल-internet #bookvsmobile #yqbaba #yqdidi #yqhindi #mythoughts #nightthoughts #books_are_love