झुक कर सलाम करने में क्या हर्ज है मगर सर इतना मत झुकाओ कि दस्तार गिर पड़े.. इक़बाल अज़ीम' आज का लफ़्ज़ है दस्तार' इस लफ़्ज़ के इस्तेमाल से नज़्म या अशआर लिखें।