हर शख्स यहाँ बैठा है, तारीफ़ के इंतज़ार में। करना कुछ भी नहीं किसी को दुनिया संसार में। काम की तारीफ़ तो उस शख्स की होनी चाहिए। जो हर पल लगा रहता हो, प्रकृति के सत्कार में। लोगों में बहुत भेद है उनके मतों और विचार में। कोई नही चाहता यहाँ, मेहनत करना बेकार में। जाने क्यूँ अपने अहसान गिनाते हैं लोग यहाँ। जबकि कुछ भी छिपा नहीं इस दुनिया संसार में। ♥️ Challenge-560 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।