रुत चलिजायेगी फिर से आनी नहीं, ये जवानी रहेगी जवानी नहीं, सब्र की एक सीमा भी होती सुनो, हर किसी का तो दिल आडवाणी नहीं। -प्रियांशु गजेंद्र(इन लाइनों को SSC RAILWAYS के तैयारी कर रहे छात्रों की शिकायतों के संदर्भ में देखिए) #SpeakUpForSSCRailwaysStudents #SpeakUp #Student #happybirthdaypmmodi