हम तुम तुम प्रिये हमारी फुलवारी जैसे हम प्रिये भँवरे जैसे तुम प्रिये कलम जैसे हम प्रिये कागज जैसे हम प्रिये जैसे तुम प्रिये वैसे हम~तुम प्रिये एक जैसे। ©Rajat Pratap Singh #हुमतुम #PoetInYou