भाद्रपद के कृष्ण पक्ष के रोहिणी नक्षत्र की अष्टमी तिथि की अर्द्धरात्रि में, श्री विष्णु ने कृष्ण के रूप में मथुरा के कारागार में देवकी के गर्भ से जन्म लिया। कृष्ण ने धरा पर अनाचार और अत्याचार को मिटाने के लिए ही अवतार लिया। कृष्ण को मारने के लिए कंस ने देवकी और वसुदेव को कारागार में बंद किया। कृष्ण ने जब आठवीं संतान के रूप में जन्म लिया कारागार के द्वार स्वत: ही खुल गए। वासुदेव कृष्ण को लेकर जमुना पार करके अपने मित्र नंद के घर पर छोड़ आए। कृष्ण नंद बाबा और यशोदा के लाडले पुत्र और गोकुल में सबके ही प्रिय कहलाए। कंस ने कृष्ण को मारने के लिए पूतना के साथ-साथ ना जाने कितने राक्षस भिजवाए। कृष्ण ने बाल लीलाएं दिखा दिखाकर सबका वध किया सबको अचरज में डाला। कृष्ण की बाल लीलाएं और मोहनी मूरत को देखकर सब जन के मन हर्षाए। गोकुल में कान्हा, गोपियों को छेड़ते, माखन चुराते, मटकी फोड़ते वस्त्र भी चुराए। कभी गोवर्धन पर्वत को उठाये कभी कालिया नाग का मर्दन किया लीलाएं दिखाएं। मथुरा में जब कंस का अत्याचार हद से बढ़ गया मैय्या को मथुरा जाने के लिए मनाए। बलराम के संग कृष्ण मथुरा को गए, कंस को मारकर, कंस का अत्याचार मिटाएं। राधा संग प्रेम कर महारास किया,गोपियों संग रास रचाए,सुदामा के मित्र कहलाए। महाभारत के युद्ध में अर्जुन के सारथी बने गीता का ज्ञान देकर अपनों का मोह छुडा़ए। -"Ek Soch" #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #mahabharat_charitra #shri_vasudev_krishna Time limit till 11:59 pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates... Results will be out tomorrow along with new topic...