तुम हो बजूद में मगर कब से गुमसुदा हो धड़कने कहती है, दिल में हो पर जुद़ा हो इश्क़ है तो, सच में मुझ पर तुम फ़िदा हो मेरी ज़िन्दगी हो हमसफ़र हो नाख़ुदा हो ©अनुषी का पिटारा.. #ishq #Kya #Kare