बचपन के दोस्त आ रहे थे अक्सर याद नई तकनीकी के कारण ढूंढ ही लिया उनको फेसबुक के प्लेटफार्म से पहुंच गए सब वाट्सअप के ग्रुप में नाम दिया "लंगोटिया यार्स" जम के करतें हैं सब हसीं ठिठौली मस्ती याद कर लेते हैं बचपन की दोस्ती कितना भी हम व्यस्त हो अपने परिवार संग निकाल ही लेते हैं वक्त उनके संग जिनके साथ जिंदगी को मिलती नई उमंग जी लेते कुछ पल अपने रंग में दोस्तों संग अपने ढंग से इस लॉकडाउन ने सबने बना रखी है दूरी क्योंकि है मजबूरी अपनी दोस्ती व्हाट्सअप फेसबुक पर है जारी शुक्रगुजार है हमारी दोस्ती इस नई तकनीकी की। #लंगोटिया यार्स