Alone *" मनचाहा " बोलने के लिए ,* *" अनचाहा " सुनने की ताकत होनी चाहिए l* *मै दीपक हूँ, मेरी दुश्मनी तो* *सिर्फ़ अंधेरे से है,,,,* *हवा तो बेवजह ही मेरे* *ख़िलाफ़ है!* *हवा से कह दो कि खुद को* *आज़मा के दिखाए,,,,,,* *बहुत दीपक बुझाती है,* *एक जला के दिखाए !!* ©Anil kumar #मनचाहा #alone