अगर उम्मीद ही करनी हो तो गैरों से करनी चाहिए। क्योंकि अपने जानते हैं मुसीबत कितनी बड़ी है और मजे भी जमके लेने हैं। तुम सोचते रहना में हारा हूं.. नहीं...... वहम अच्छा है ,दिल बहलाने को शुक्रिया औकात याद दिलाने को खुदा ने हाथ दिए है आजमाने को। ©Z. Khan #किस्मत__सबको__मौका__देती__हैं पूजा उदेशी udass Afzal Khan Santosh yaduvanshi