Nojoto: Largest Storytelling Platform

आँखें मेरी छलकी-छलकी सी रहती हैं। अब इनमें तुम्हार

आँखें मेरी छलकी-छलकी सी रहती हैं।
अब इनमें तुम्हारी मौजूदगी रहती है।।

जो है देखो पल-पल ,
तन मन की उलझन।
दिल में छपी जो यादें अब ,
मेरे मन में रहतीं हैं।।

नाम तुम्हारा है जुबां पर ,
नजरें ढूढा करती हैं।
भारी बोझिल कदमों से ,
कितना ये हलकी रहती हैं।।

ठहरो देखो न जाना तुम ,
नम आँखों को पोछूं मैं।
आज नहीं अब कल होगा ,
उम्मीद ये टलती रहती है।।

तस्वीर बसी जो नजरों में ,
दिल तक इसका सफर सुनो।
ठहरे स्थिर कदमों से ,
बेबाक ये चलती रहती हैं।।

©RamUnij Maurya #रामउनिज_मौर्य 

#safar
आँखें मेरी छलकी-छलकी सी रहती हैं।
अब इनमें तुम्हारी मौजूदगी रहती है।।

जो है देखो पल-पल ,
तन मन की उलझन।
दिल में छपी जो यादें अब ,
मेरे मन में रहतीं हैं।।

नाम तुम्हारा है जुबां पर ,
नजरें ढूढा करती हैं।
भारी बोझिल कदमों से ,
कितना ये हलकी रहती हैं।।

ठहरो देखो न जाना तुम ,
नम आँखों को पोछूं मैं।
आज नहीं अब कल होगा ,
उम्मीद ये टलती रहती है।।

तस्वीर बसी जो नजरों में ,
दिल तक इसका सफर सुनो।
ठहरे स्थिर कदमों से ,
बेबाक ये चलती रहती हैं।।

©RamUnij Maurya #रामउनिज_मौर्य 

#safar