मोहब्बत की दुनिया है बहुत निराली! हर कहानी लगती है जानी पहचानी! डूब गए जो इश्क़ के गहरे समुंदर में, है मुश्क़िल फिर बितानी ये जिंदगानी! प्यार में सुनो!थोड़ी दूरी भी है ज़रूरी! हो पास जितनी फ़िर भी रहती है दूरी! शिकवे ग़र बढ़ जाए तो माँगना माफ़ी, अहंकार से मोहब्बत रह जाती अधूरी! हांथ थामे रखना एक-दूजे का उम्रभर! एक-दूजे के बाहों में सिमटे रहे जवानी! हो चाहत की बरसात या दर्द-ओ-ग़म, हो मुकम्मल इश्क़ अपना पूरी हो कहानी! ♥️ Challenge-933 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।