जिस देश मैं एक औरत अपनी बेटी को इन्साफ दिलाने के लिए पिछले 7 सालों से अदालत के चक्कर लगा रही हो और इन्साफ की वकालत करने वाले दोषियों को सज़ा से बचाकर उसका बार बार मुँह चिड़ा रहे हो वहाँ इस दिन के क्या मायने समझें. kataksh.