अजनबी फिर अजनबी से हो गए हैं, उनके दिए खत, अब धूल हो गए हैं, जो रहते थे तसव्वुर में हर पल, अब सामने हैं, फिर भी खो गए हैं और वो बहाने बनाते रहे बात न करने के हमें लगा कि हुज़ूर सो गए हैं @theinsecurebeing . ©The Insecure Being strangers, अजनबी