कोई साथ नहीं निभाता सब छोड़ कर जाते है ज़िन्दगी में सब कुछ होते हुए भी रातों को खुद को तन्हा पाते है वोह कहती थी तुम्हारी चाँदनी हूँ मैं हमको तो असामान में सिर्फ काले बादल नज़र आते है सोता हूँ उनकी यादों को अपनी पलकों पर बसा कर हम ख्वाबों में फिर एक दूसरे के हो जाते हैं 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘 ©Sethi Ji 🧡 उनकी मजबूरी , बस एक बहाना 🧡 कभी कभी मजबूरी भी बस एक बहाना होता है उनके झूठ बोलने का अंदाज़ भी अब पुराना लगता हैं ।।