कोई रहनुमा नही चाहिए मुझे, मैं ख़ुद अपना मुर्शिद हो जाऊंगा, इक रोज़ अपनी कश्ती, तूफ़ानों से निकाल, साहिल पर ले आऊंगा ।। ©Bhushan Rao...✍️ #Selfrespcet