मुस्कानों की मीठी यादें, बहते आंसू की फरियादें। प्यार-मोहब्बत,हँसना-रोना, खोके पाना,पाके खोना।। बंगले-कोठी, झोपड़-पट्टी, देसी घी! या सूखी रोटी।।। मजा है! या सजा मिली है, "जो कुछ भी है,जीते जी है" ...Sakshi #lovetolive