Nojoto: Largest Storytelling Platform

दो शेर कह के अब ना जाने कौन क्या क्या हो जाता है क

दो शेर कह के अब ना जाने कौन क्या क्या हो जाता है
कोई गालिब कोई मीर तो कोई खुद को मुनव्वर बताता है!

अनिल तू औकात में रह कर खुदा का सजदा किया कर
सब कुछ 'वो' खुद कहता है तुझे तो बस 'जरिया' बनाता है!! #inayat
दो शेर कह के अब ना जाने कौन क्या क्या हो जाता है
कोई गालिब कोई मीर तो कोई खुद को मुनव्वर बताता है!

अनिल तू औकात में रह कर खुदा का सजदा किया कर
सब कुछ 'वो' खुद कहता है तुझे तो बस 'जरिया' बनाता है!! #inayat