ना ऊंच_नींच में रहूं ना जात_पात में रहूं तूं मेरे दिल में रहें मौलां और मैं औकात में रहूं तेरी हर रज़ा दिल से कबूल हों मुझे शुकराना करता रहूं तेरा जैसी भी हालात में रहूं #EscapeEvening शुकराना करता रहूं जैसी भी हालात में रहूं