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सनातन धर्म का सुधारात्मक पक्ष है बौद्ध संघ वर्तमान

सनातन धर्म का सुधारात्मक पक्ष है बौद्ध संघ वर्तमान समय में बौद्ध धम्म कहते हैं जिसने सनातन धर्म को परिभाषित किया जैसे 1.स-सभी एक हैं 2.ना-ना कोई वर्ग है ना कोई जाति 3.त-तकदीर के भरोसे नहीं बैठने वाला 4.न-नहीं है कोई हमसे बड़ा जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय जय भीम waiting by Bablu Raj Divya

©Bablu Raj
  meaning of Sanatan
सनातन धर्म का सुधारात्मक पक्ष है बौद्ध संघ वर्तमान समय में बौद्ध धम्म कहते हैं जिसने सनातन धर्म को परिभाषित किया जैसे 1.स-सभी एक हैं 2.ना-ना कोई वर्ग है ना कोई जाति 3.त-तकदीर के भरोसे नहीं बैठने वाला 4.न-नहीं है कोई हमसे बड़ा जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय जय भीम waiting by Bablu Raj Divya

©Bablu Raj
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