दो पल ठहर कर देखना कभी, कितना सुकून है इस अकेलेपन में, मैं यह नहीं कहता कि तुम..! अकेले रहने की आदत डाल लो, मैं यह कहता हूं कि तुम..! अकेले चलने की आदत डाल लो, कोई दोस्त हो या कोई पड़ोसी, कोई कब तक साथ देगा आपका; जब दिन भर साथ रहने वाली, परछाई भी रात में साथ छोड़ देती है..!! ©PD Ratnesh #GyanKibateiN #emotionPoint #Knowledgeduniya #womensday2021 kavita ranjan Suman Zaniyan RJ_Keshvi