सूखे फूल खत जलाये हैं मैंने उसके, उसके दिए फूलों को दफनाया है नक्श मिटाये हैं मैंने उसके, याद तक को उसकी रूह से मिटाया है.... कितनी सादगी से बोला है ये झूठ मैंने, क्या हाल है मेरा और सबको क्या बताया है.... ©Jazbaati Shayar #SookhePhool