उन्हें फुरसत नहीं दो बात हमसे करने की ख़्याल-ए-दिल कहता है मुलाक़ात उनसे करने की राज़ रखती नहीं धड़कन मसले दिल के आदत सी है उन्हें जी के अरमानों गुल मसलने की नाराज़ हैं या दिल ही नहीं राज़ी उनका मजबूरी कैसी है उनको फिर मेरे साथ-साथ चलने की कह दो उन्हें निबाहें कमसेकम अपने दिल से दुश्वारियाँ हैं बहुत रहने ही दें हमसे निबाह करने की जिसकी निसबत में चाहे दिल बशर करें ज़रूरत नहीं कुछ भी दिल के खिलाफ़ करने की कह दो उनसे कि अब और भुलावा न दें ज़िन्दगी! और क़ूवत नहीं इमरोज़ सफ़र करने की #toyou #yqtales #yqlove #yqjourney #yqloneliness #yqstrength #yqhopelessness