दरख़तों पर अब पहले जैसी रौनक नही होती, घर अब घर नहीं, मकान बनने लगे हैं ज्यादा! #घर #मकान #दरख़तों #रहने #kumaarsthought #kumaarsher #घरगुमहै घर और मकान में अन्तर है मेरी नज़र में.. बस उसी को देखते हुए एक शेर आपकी नज़र