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महदूद होते गर तुम सिर्फ रात तक, महदूद होते गर तुम

महदूद होते गर तुम सिर्फ रात तक,
महदूद होते गर तुम सिर्फ रात तक,
तब याद न आ रहे होते आज भी सालों साल तक...

                             -  " रणदीप " #वासनारहित
महदूद होते गर तुम सिर्फ रात तक,
महदूद होते गर तुम सिर्फ रात तक,
तब याद न आ रहे होते आज भी सालों साल तक...

                             -  " रणदीप " #वासनारहित