#OpenPoetry कर लिया रेप? बुझा ली प्यास? भर गया मन? पूरी हो गई आस? शांत हो गया तेरे अंदर का जानवर? बस अब एक अहसान कर उसपर कत्ल भी कर दे उसका, खत्म कर दे जीवन कहीं दुनिया को खबर न लग जाये कानो-कान और कहीं तु हो ना जाये बदनाम कहीं तेरे बाप की पगड़ी ना उछल जाये सरे-आम कहीं मिट्टी में न मिल जाये तेरे परिवार का नाम और लोग तुझे देखकर न बोले.. राम-राम-राम-राम.. कर लिया रेप?भर गया मन? अच्छा एक सवाल है तुझसे....? क्या मिल गया तुझे उसका जीवन बर्बाद कर......🙏 #rapist #OpenPoetry #foreveryrapist #rape -gustakhi maafi chahunga .. bina izazt ke itna kuch bolne k liye.. koi galti ho to maaf kr dijiyega... sayed aukat nhi hai.. itna kuch bolne ki phr bhi bolne k liye......