मुझे अब रास्ते पहचानते है , उस शहर के भी । जहाँ पे इश्क़ करने पर , कभी पत्थर बरसते थे ।। उसकी रानाइयाँ ,हुश्नो-हुनर ,दिलकश अदाओ से । टूटकर इश्क़ वालो पर , कभी नस्तर बरसते थे ।। मुझे अब रास्ते पहचानते है , उस शहर के भी । जहाँ पर मोम भी पत्थर पे , रखकर सर बरसते थे ।। ---सुल्तान मोहित बाजपेयी रास्ते.. #NojotoHindi #Nojoto #EmotionalHindiQuotestatic #NojotoWodHindiQuotestatic #Quotes #Shayari #Poetry#nojotolove#kalakasha#mylove