मैं अपने सर मुहब्बत के सभी इल्ज़ाम ले लूंगा, सभी तो दर्द देते हैं किसी का नाम ले लूंगा! मेरे होने न होने से तुम्हें क्या फ़र्क पड़ता है! तुम अपनी सुब्'ह रख लेना मैं अपनी शाम ले लूंगा। #yqaliem #yqurdu #yqurduhindipoetry #ilzaam_e_muhabbat #dard