भाग-१ . वो पहली मुलाकात वो हमारी पहली मुलाकात थी उस रात चाँद की चाँदनी भी साथ थी उन टिमटिमाते तारों की बारात थी जुगूनू से रोशन बारात की चमक थी कही जब तुमनें दिल की मुझसे बात थी कहकर भी ना कह दिया वो दिल की बात थी उस रात चाँद की चाँदनी भी फीकि थी कयोंकि तुम्हारे नूर से रोशनदान सारा जहां था पहली मुलाकात जिदंगी की हर रात बन गई मेरे जिदंगी के सफर में हमसफर बन गई तुमसे मेरी मुलाकात हकीकत में तबदील हो गई जिदंगी के हर लम्हों में तुम्हारी मौजूदगी हो गई ❤️✍️Rishika ishita Dil ki bat ©Rishika ishita【 Dil ki bat】 भाग-१ . वो पहली मुलाकात वो हमारी पहली मुलाकात थी उस रात चाँद की चाँदनी भी साथ थी उन टिमटिमाते तारों की बारात थी जुगूनू से रोशन बारात की चमक थी कही जब तुमनें दिल की मुझसे बात थी