है नमन तुमको दंडवत माँ, है नमन माँ भारती। मुख से करें गुणगान तेरा, व करें हम आरती। तेरे असीमित तेज सन्मुख, शत्रुसेना कराहती। तेरे सुतों का शौर्य व बल, सृष्टि सारी सराहती। हर लाल तेरा सिंह जैसा, सब गुणों की खान है। कोई राम जैसा कोई कृष्ण, व कोई हनुमान है। अवधेश है गुणगान गाता, व तेरा यशगान है। तुम पर समर्पित तन मेरा व, प्राण भी कुर्बान है। #भारत #भारत_माता_की_जय #india #independenceday #independence #poetry #poem आपको स्वतंत्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएँ --------------------------------------------------------- है नमन तुमको दंडवत माँ, है नमन माँ भारती। मुख से करें गुणगान तेरा, व करें हम आरती। तेरे असीमित तेज सन्मुख, शत्रुसेना कराहती।