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जाते जाते वो यहीं रह गए । माँ पापा थोड़े से मुझमें

जाते जाते वो यहीं रह गए ।
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
कभी रसोई से आवाज़ की आहट 
तो कभी आंगन में नाराज़गी की गर्माहट 
वो ओढ़े वहिं रह गए ।
जाते जाते वो यहीं रह गए ।
नहीं मानता मैं की चले गए छोड़ कर मुझे 
तो क्या हुआ जो उनके कोई अरमान नहीं रह गए 
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
बेचैन करती है दिवारें, छतें मुझे जलाती है ।
बनकर वो शीतल मेरी ज़मीं रह गए 
जाते जाते वो यहीं रह गए 
माँ पाप थोड़े से
मुझमें कहीं रह गए ।। जाते जाते वो यहीं रह गए ।
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
कभी रसोई से आवाज़ की आहट 
तो कभी आंगन में नाराज़गी की गर्माहट 
वो ओढ़े वहिं रह गए ।
जाते जाते वो यहीं रह गए ।
नहीं मानता मैं की चले गए छोड़ कर मुझे
जाते जाते वो यहीं रह गए ।
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
कभी रसोई से आवाज़ की आहट 
तो कभी आंगन में नाराज़गी की गर्माहट 
वो ओढ़े वहिं रह गए ।
जाते जाते वो यहीं रह गए ।
नहीं मानता मैं की चले गए छोड़ कर मुझे 
तो क्या हुआ जो उनके कोई अरमान नहीं रह गए 
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
बेचैन करती है दिवारें, छतें मुझे जलाती है ।
बनकर वो शीतल मेरी ज़मीं रह गए 
जाते जाते वो यहीं रह गए 
माँ पाप थोड़े से
मुझमें कहीं रह गए ।। जाते जाते वो यहीं रह गए ।
माँ पापा थोड़े से 
मुझमें कहीं रह गए ।
कभी रसोई से आवाज़ की आहट 
तो कभी आंगन में नाराज़गी की गर्माहट 
वो ओढ़े वहिं रह गए ।
जाते जाते वो यहीं रह गए ।
नहीं मानता मैं की चले गए छोड़ कर मुझे
rjrajsingh6528

Rj Raj Singh

Silver Star
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