Path ए ज़िन्दगी कुछ तोड़ कर जोड़ भी दिया कर, कुछ रास्ते ख़ुद व ख़ुद ही छोड़ भी दिया कर, बन चुका हो जो मुसाफ़िर खुली राहों का "हिमांश", उस मुसाफ़िर को कहीं का तो छोड़ भी दिया कर ॥ Pathfinder.!!???