सैनिकों को नमन --------------------- व्यर्थ बातें करने में ही क्यों समय नष्ट सब करते हैं। उनके बारे में भी सोचो जो सीमा पर लड़ते मरते हैं।। शून्य से भी नीची ठंड में करते वे रखवाली हैं। उन्ही के कारण घरों में हमारे होली और दिवाली है।। है कोई अन्य जो ऐसी स्थितियों में टिक पाता? अरे। न होते सैनिक जो हमारे अस्तित्व हमारा मिट जाता।। जिस देश की आन बचाने को भगत सिंह जैसे मरते हैं। उसी देश की रखवाली सीमा पर सैनिक करते हैं।। त्यागे हैं सारे सुख संसाधन परिवार का मोह भी छोड़ा है। अवधेश करे क्या प्रशंसा उनकी जितना भी कहे वह थोड़ा है।। इन वीरों की गाथा का क्षेत्रफल बहुत बहुत ही विशाल है। शत्रु चिता के निर्माता और ये शत्रु के काल हैं।। मानव नहीं हैं देव हैं ये सैनिकों का धरे हैं भेष। इनके चरणों में नतमस्तक है यह भारतवासी अवधेश।। ✍️अवधेश कनौजिया© #NojotoQuote सैनिकों को नमन #शहीदोंकोनमन सैनिकों को नमन --------------------- व्यर्थ बातें करने में ही क्यों समय नष्ट सब करते हैं। उनके बारे में भी सोचो