खुशबु का यूँ फ़िज़ाओं में बिखरना... मुझे देखते ही तेरे चेहरे का निखरना अब तक याद है मुझे, हां अब तक याद है मुझे... वह मेरे गीतों पर तेरे पांव का धिरकना मेरी बाहों में अक्सर तेरा यूं कसके मचलना अब तक याद है मुझे हां अब तक याद है मुझे... वह तेरी गर्मी से मेरे जिस्म का पिघलना अपना दुपट्टा संभालते हुए तेरा यूं अपने घर से निकलना फिजाओं में यू खुशबुओं का बिखरना अब तक याद है मुझे हां अब तक याद है मुझे...। खुशबू का यू फिजाओं में बिखरना, अब तक याद है मुझे...। #TeriYadein #MereSanam