इन आंखो मे खो कर हो जाऊ कहीं मै गुम यू ही एक बार ये रात गुजा़रो तुम एक बार यूं ही एक वादा कर दो तुम थोड़ा सा हंसा देना जब आंख मेरी हो नम यूं ही मिलो हमसे फिर दूर ना जाओ जो उम्र सा हो लम्बा वो लम्हा बन जाओ हो मेरे लिये तुम क्या सुन लो ज़रा ये तुम तुम बारिस का मौसम मै प्यासा सावन हूं छू कर मुझको सुन लो अब रौशन कर दो तुम मै रात अंधेरी हूं तुम सुबह बनारस की subah-e-banaras #BoneFire