तुझे मिले हर गम को तू पछाड़ दे खुद पर जमी माज़ी की धूल को झाड़ दे क्यों देख रहा है मुड़ मुड़ कर उसे जो बीत गया खुद को तू नया अलग सा कोई संसार दे गुजरा जो बीते कल में तुझे दुःख दे कर उसे पीछे रहने दे, ना उसपर कोई विचार दे खूबियाँ भरी पड़ी है तेरे अंदर कितनी अब समय आ गया है उनको निखार दे #Morning #मंजिल #माज़ी #गम #कल #मुड़ #संसार #दुःख #विचार #Nojoto