गर्दिश में है सितारे हम अपना वजूद समेट रहे हैं वादा है वक्त बेवक्त हिसाब होगा कुछ जुगनू चांदनी रात में खुद को सूरज समझ रहे हैं - संजय रावत✍✍✍ wait for the time right