जब गिरेगा सिंदूर तेरी मांग में किसी दूसरे के हाथ का एक पल को तो याद आ जाएगा तुम्हे लम्हा हमारे साथ का तुम तो भूल जाओगी , हमें जा कर किसी दूसरे की बांहों में हम फिर भी नजरे जमाये रखेंगे तेरे आने की राह है आशीष कुमार आशी आशीष कुमार आशी