*काले मेघा* "आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर ।। मानो बिखर कर बरस रहा हो; आयना टूटकर।। आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर।। निकला वक्त शाम का; बिना काम के ऐसे ही।। मानो हम अपने घर में बैठे हो; सबसे रूठकर।। आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर।। मानसून की आहट; मिट्टी की सोंधी खुशबू आई।। मानो कैदी को मिली नोकरी; जेल से सीधे छूटकर।। आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर।। गर्मी से मिली राहत; पर कीचड़ का जन्म हुआ।। मानो भूखे को खिलाकर मारो हो; सबने मिलकर कूटकर आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर।। उजड़ गया घर फकीर का; पहली ही बरसात में।। मानो लुटे हुवे को; फिर से ले गया लुटेरा लूटकर।। आज खूब जोरदार बरसे; काले मेघा फुटकर।।" 😊र@ज😊 #घनघोर_बारिश #बरसातकामौसम