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शाम हो रही है में समुंदर किनारे खड़ा सोच रहा। था क

शाम हो रही है में समुंदर किनारे खड़ा सोच रहा।
था की ये समुंदर की लहरे हमेशा उछलती क्यों रहती है।
फिर किसी बूढ़े व्यक्ति ने मुझे ये कहा की बेटा समुंदर अपनी लहरों से इस सुंदर गगन को चूमना चाहता है।

©Kishan #राइटर
शाम हो रही है में समुंदर किनारे खड़ा सोच रहा।
था की ये समुंदर की लहरे हमेशा उछलती क्यों रहती है।
फिर किसी बूढ़े व्यक्ति ने मुझे ये कहा की बेटा समुंदर अपनी लहरों से इस सुंदर गगन को चूमना चाहता है।

©Kishan #राइटर