# मुक्तक.. 💔💔 दीप मन के जले अधजले रह गए फुल आधे खिले अधखिले रह गए। तुम न आये जो लौटकर के यहाँ हम जहाँ थे खड़े, खड़े रह गए।। #hindi#hindishayri#kavita#shayari#muktak#writebykavi_kr_sawner