चाहत की कस्ती चलाई है तेरी दरिया में, क्या उसे मोड़ दोगे, दो से एक होते कुछ ख्वाब देखें हैं,क्या उसे तोड़ दोगे| सुना है तूफां के दौर में छोड़ जाते है लोग उजड़ते हुए घरों को... तो सच - सच एक बात बताओ, क्या तुम भी छोड़ दोगे || #Nojoto #Quotes #Shayri #Mannu_Barsiwal