कौन? देख पाया है नीव की तकलीफ़ों को सबने फल फूल को ही देखा है.... कौन? जान पाया है हँसते चेहरे के पीछे के भाव को सबने चेहरा ही बस देखा है.... कौन? अपनाता है ग़रीब घर की बेटियों को यूँही दहेज में उनको जलते देखा है.... कौन? रखता है ग़रीब से रिश्ता मतलब कि इस दुनिया मेें इंसानियत को मिटते देखा है.... कौन? प्रेम को समझ पाया है जिस्मानी चाहत प्रेम का नाम वक़्त गुजारने का जरिया देखा है.... Let your feelings flow through this background given by Convivial Wings #CWplainBG2011 #convivialwings #collabwithcw #YourQuoteAndMine Collaborating with Convivial Wings ।। किसी की भावनाओं को आहत करने का उद्देश बिल्कुल नहीं है।।