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जब याद तेरी आई आंखें रुक नहीं पाई दिल रोया खून के

जब याद तेरी आई
आंखें रुक नहीं पाई
दिल रोया खून के आंसू
उन आंसुओं की बनी स्याही
लिखा पैगाम तुमको
दिल की व्यथा सुनाई
पल भर की दूरी भी सहन ना हो पाई
दिल रोया आंखें भर आई

©Dr  Supreet Singh
  #तेरी_याद