सब बाहर से शान्त से हैं, अंदर आंधी है आपाधापी है, मेरे वक़्त की उनके वक़्त से लड़ाई है, गुंजाइश नहीं कि तुलना करें, कौन कितना सन्त कौन कितना पापी है, सब एक से हैं बस काम करो बस काम करो, सब बाहर से शान्त से हैं, अंदर आंधी है आपाधापी है। #dailylife