#आशिक़ मेरी हशरत-ए-आशिक़ी से अंदाज़ा लगा लो मेरी मुहब्बत का मेरी धड़कने धड़क रही है तेरे दीदार-ए-क़ाबा के मौक़ूफ़ से #NojotoQuote हसरत-ए-आशिक़ :- मुहब्बत में तरह तरह की ख़्वाहिश दीदार-ए-क़ाबा :- मुहब्बत ( जिसकी इबादत करते हो ) को देखना या इबादत करना मौक़ूफ़ :- निर्भरता #nojoto #poetry #hindishayri #nigaah #love #shayri #writers #nojotohindi