वीराने है जिंदगी के रास्ते न बन सकोगे बाहर तुम इन वीराने रास्तों की मेरे दिल की बस्ती उजडी है अब नया चमन बसा न सकोगे तुम फरेब मेरे दिल को देकर बस तरसती रहेगी निगाहें अब नए बहारों के इतजार मे । अंशु शायरी #solace