गुलबदन गुलबाहर और गुलअफ्शां भी वो मेरा जान-ए-दुश्मन और मेहरबां भी वो बेपरवाह मेरे हाल से और ग़म-आशना भी वो दुःख में साथ छोड़ देने की कहानी और सुख में दोस्ती की दास्तां भी वो चाहत भी वो आरज़ू भी वो मन्नत भी वो मेरी और आखरी दुआ भी वो। ~Hilal #Gulafsha