नमस्कार- आज एक बालकविता सादर - ****** कविता -आईचे सांगणे ------------------------- सकाळ सकाळी सांगणे आईचे उशीर लावू नये वेळेवर करावे थोडं खाऊनी जा दूध पिऊनी जा रिकाम्या पोटी बाहेर न जावे अभ्यास करावा नियमितपणे लिहिणेवाचणे सतत असावे भल्याचे सांगती सदा आई-बाबा उद्धटपणाचे बोलणे नसावे वाईट वागू नये छानच वागावे ------------------------------------ कविता- आईचे सांगणे -अरुण वि.देशपांडे- पुणे. 9850177342 --------------------------------------- बाल जल्लोष प्रकाशित 12-5-2021 ©Arun V Deshpande बालकविता #droplets